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श्री पुष्कर गौतम आश्रम में कमरों की दरें इस प्रकार है :-
श्री पुष्कर गौतम आश्रम में ट्रस्टियो की सूचि उनके पत्ते एवं सम्पर्क सूत्र के साथ :-
श्री पुष्कर गौतम आश्रम में समारोह आयोजन की सूचि इस प्रकार है :-
पुष्कर का विस्तृत रुप से वर्णन पद्मपुराण में मिलता है पद्मपुराण के अनुसार ब्रह्मा जी ने यज्ञ करने का विचार किया। यज्ञ की भूमि चयन के लिए कमल के पुष्प को पृथ्वी पर गिराया गया। कमल का पुष्प सम्पूर्ण पृथ्वी का भ्रमण करते हुए जहाँ पर आज पुष्कर है वहां पर गिरा….
2 Bedroom, 3 Bedroom, 4 Bedroom, 6 Bedroom
We have very large space open garden for marriage and family functions.
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प्राचीन शास्त्रों में न्याय दर्शन का महत्वपूर्ण स्थान हैं। जिसे प्राचीन समय में न्याय सूत्र के नाम से जाना जाता था। न्याय दर्शन की ज्ञान परम्परा, आचार्य परम्परा एवं ग्रन्थ परम्परा का लिखित इतिहास कम से कम 2200 वर्षों का मिलता हैं । महर्षि गौतम ने सर्वप्रथम न्याय दर्शन के वैदिक तत्वों को सूत्र बध्द करते हुए न्याय सूत्रम् की रचना की। न्याय दर्शन को समझने के लिए अनेक विद्वानों ने भाष्य किये जो अलग-अलग नामों से जाने जाते हैं। भाष्यकारों ने न्याय दर्शन के हजारों ग्रन्थों की रचना की एवं न्याय दर्शन के सम्प्रदाय को विकसित किया। वर्तमान में लगभग 500 न्याय दर्शन के ग्रन्थ मिलते हैं। जिनके पृष्ठों की संख्या 10 लाख हैं। हमारा उद्देश्य न्याय दर्शन के ग्रन्थों का संकलन कर समाज के लोगों तक पहुँचाना है।